खाद्य संसाधनों में सुधार प्रश्र उत्तर ll class 9 Science NCERT solutions in Hindi Chapter -15

तो दोस्तो अगर आप भी class 9 Science NCERT solutions in Hindi Chapter -15

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class 9 Science NCERT solutions in Hindi Chapter -15


के प्रश्र उत्तर को ढूंढ रहे है तो आप बिलकुल सही पोस्ट पर आए हैं क्योंकि मैंने भी खाद्य संसाधनों में सुधार प्रश्र उत्तर  को बताया है तो चलिए शुरु करते हैं…                     


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1.) अनाज, दाल, फल तथा सब्जियों से हमें क्या प्राप्त होता है? 

उत्तर : अनाज से – कार्बोहाइड्रेट दाल से – प्रोटीन फल और सब्जियों से‌ – विटामिन खनिज लवण।

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1.) जैविक तथा अजैविक कारक किस प्रकार फसल उत्पादन को प्रभावित करता है? 

उत्तर : विभिन्न तरीकों से जैविक और अजैविक घटक फसलों को प्रभावित करता है। 

i.)जैविक कारक ii.) अजैविक कारक 

i.) जैविक कारक :  जैविक कारक के कारण फसलों में विभिन्न प्रकार के रोग लग जाते हैं। इससे फसल उत्पादन में कमी हो जाती है

ii.)अजैविक कारक :  अजैविक कारक यानी ठंडा ,बाढ़ आना,  जैसे कारकों के कारण फसलों की पैदावार में कमी आ जाती है 

2.) फसल सुधार के ऐच्छिक सस्य विज्ञान गुण क्या है? 

उत्तर : फसल की पैदावार को बढ़ाने के लिए अपनाए जाने वाले ऐच्छिक गुणों को अपनाना ही ऐच्छिक सस्य विज्ञान गुण कहते हैं। 

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1.) बृहद पोषक क्या है और इन्हें बृहद पोषक क्यों कहते हैं। 

उत्तर : वैसे पोषक तत्व जिनकी आवश्यकता पौधों को अत्यधिक होती है। उसे वृहद पोषक तत्व कहते हैं जैसे नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम इत्यादि।

2.) पौधे अपना पोषक कैसे प्राप्त करते हैं? 

उत्तर : पौधे अपना पोषक तत्व को हवा, पानी, मिट्टी के द्वारा प्राप्त करते हैं। 

इसे ज़रूर पढ़े (खास आपके लिए)

• कक्षा 9 विज्ञान पाठ 14 के प्रश्र उत्तर 

• हम बीमार क्यों होते है पाठ के प्रश्र उत्तर 

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1.) मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने के लिए खाद तथा उर्वरक के उपयोग की तुलना कीजिए। 

उत्तर : खाद और उर्वरक में अंतर 

खाद 

•खाद सड़े गले पौधों तथा जंतुओं से बनता है। 

•खाद कार्बनिक होता है। 

•इसमें पोषक तत्व विशिष्ट नहीं होता है। 

•खाद के कारण मिट्टी को ह्यूमस प्राप्त होता है। 

उर्वरक 

•उर्वरक की प्राप्ति प्रयोगशालाओं से होता है। 

•उर्वरक और कार्बनिक पदार्थ है। 

•इसमें पोषक तत्व की विशेषता होती है। 

•उर्वरक के उपयोग से वृद्धा अम्लीय हो जाती है।

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1.)निम्नलिखित में से कौन सी परिस्थिति में सबसे अधिक लाभ होगा क्यों 
a.) किसान उच्च कोटि के बीज का उपयोग करे , सिंचाई चाय ना करें और उर्वरक का उपयोग ना करें। 
b.)किसान सामान्य बीज का उपयोग करें। सिंचाई करें तथा उर्वरक का उपयोग करें। 
c.)किसान अच्छी किस्म के बीज का प्रयोग करें, सिंचाई करें , उर्वरक का उपयोग करें तथा फसल सुरक्षा की विधियां अपनाएं 

उत्तर : (C) क्योंकि फसल के उत्पादन को बढ़ाने के लिए इन सभी चीजों की अत्यधिक आवश्यकता होगी जिससे बीज सही समय पर तथा अच्छे किस्म में उत्पन्न हो ।

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1.) फसल की सुरक्षा के लिए निरोधक विधियां तथा जैव नियंत्रण क्यों अच्छा समझा जाता है 

उत्तर : क्योंकि यह आर्थिक दृष्टि से सुरक्षित हैं तथा जीवन के अन्य स्वरूपों के लिए भुगतान दे नहीं होते हैं। 

2.) भंडारण की प्रक्रिया में कौन से कारक अनाज की हानि के लिए उत्तरदाई है 

जैविक तथा अजैविक कारक के कारण भंडारण की प्रक्रिया में अनाज की हानि होती है।

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 1.) पशुओं की नस्ल सुधार के लिए प्रयोग कौन सी विधि का उपयोग किया जाता है तथा क्यों ?

उत्तर : पशुओं की नस्ल सुधार के लिए हमें चयन संकरण का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इस विधि के चयन से नस्लों में संकरण से ऐसी संतति की उत्पत्ति होगी जिसमें ऐच्छिक गुण होंगे।        

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1.)निम्नलिखित कथन की विवेचना कीजिए। यह रुचिकर है कि भारत में कूट-कूट, अल्प रेशे के खाद पदार्थों को उचित हो सकता वाले पशु प्रोटीन आहार में परिवर्तित करने के लिए सबसे अधिक सक्षम है अल्प रेशे के खाद्य पदार्थ मनुष्यों के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं। 

उत्तर : मुर्गी पालन यानी कूट-कूट के आहार बाजरा, चौक, गेहूं, चावल आदि शामिल है। यह सभी मनुष्य के उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है। कुटकुट इन्हें खाकर अपना चर्बी बढ़ाते हैं जिससे अंडे की मात्रा में भी वृद्धि हो जाती है जो कि मनुष्य के लिए सही नहीं है।

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1.) पशुपालन तथा कुटकुट पालन के प्रबंधन व्यवस्था में क्या समानता है? 

उत्तर : पशुपालन और कुटकुटपालन के प्रबंधन व्यवस्था में समानता इस प्रकार है 

i)दोनों पालन में ही उच्च किस्म कि नस्ले को तैयार करने के लिए चयन संकरण का प्रयोग किया जाता है 

ii) दोनो में ही उत्पादन को बढ़ाने के लिए अच्छा आहार को बढ़ावा दिया जाता है रोगों से बचने के लिए टीकाकरण को अपना जाता है।

2.) बॉलर और अंडे देने वाले लेबर में क्या अंतर है। इनके प्रबंधन के अंतर को भी स्पष्ट करें। 

उत्तर : बॉलर और अंडे देने वाले में अंतर 

बॉलर 

i)मांस प्रदान करते हैं। 

ii)तेजी से विकास के लिए 

iii)ऐसी परिस्थिति की आवश्यकता होती है जिसमें मृत्यु दर कम हो। 

iv)बॉलर को प्रोटीन वसा और विटामिंस की आवश्यकता होती है। 

लेयर 

i) अंडे देते हैं

ii)प्रकाश की आवश्यकता होती है। 

iii)भोजन के लिए सीमित मात्रा में गेहूं, जौ, ज्वार, बाजरा आदि के दाने दिए जाते हैं।


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1.) मछलियां कैसे प्राप्त करते हैं? 

उत्तर : मछलियां दो वीडियो से प्राप्त की जाती है। मत्स्य पालन मछली पकड़ना 

2.) मिश्रित मछली संवर्धन से क्या लाभ है 

उत्तर : जब एक ही तालाब में पांच या छह प्रकार की मछलियों के स्पीशीज का प्रयोग किया जाता है और ऐसी मछलियों को चुना जाता है जिनमें आहार के लिए प्रतिस्पर्धा ना हो।

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1.) मधु उत्पादन के लिए प्रयुक्त मधुमक्खियों में कौन से अच्छे गुण होने चाहिए। 

उत्तर : मधु उत्पादन के लिए मधुमक्खियों में इस प्रकार के अच्छे गुण होने चाहिए। 

•वे कम डंक मारती हो। 

•मधु एकत्र होने की क्षमता अधिक हो एक ही निर्धारित छत्ते में अधिक समय तक रहती हो। 

•प्रजनन क्षमता तीव्र हो 

2.)चारागाह क्या है और यह मधु उत्पादन से कैसे संबंधित है। 

उत्तर : वैसा क्षेत्र जहां पर मधुमक्खियां फूलों से मकरंद और पराग एकत्र करती है तथा मधु की कीमत फूलों पर निर्भर करती है। चारागाह में जितने अधिक और भिन्न प्रकार के फल होंगे उतनी ही किस्में मधु के स्वाद में भी होंगी।

                       अभ्यास के प्रश्र

1.) फसल उत्पादन की एक विधि का वर्णन करें जिससे अधिक पैदावार प्राप्त हो सके। 

उत्तर : फसलो के उत्पादन में वृद्धि के निम्नलिखित विधियां हैं जो इस प्रकार हैं 

i)उर्वरकों का उपयोग 

ii)फसल चक्र मिश्रित 

iii)कृषि उर्वरकों का प्रयोग 

i)उर्वरकों का उपयोग – फसलों के उत्पादन में उर्वरकों के इस्तेमाल से फसल उत्पादन तीव्र गति से बढ़ जाता है क्योंकि इससे फसल को सही और उच्च गुणवत्ता के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। 

ii)फसल चक्र – हमें खेतों में हमेशा एक ही प्रकार के फसल को नहीं लगाना चाहिए। इससे मिट्टी की उर्वरकता क्षमता घट जाती है। इसलिए हमें समय-समय पर अलग-अलग फसल लगाना चाहिए। 

iii)मिश्रित कृषि – फसल करते समय फसलों के बीच में खाली जगह बस जाए तो हमें वहां पर अन्य फसल लगाना चाहिए जिससे अवांछित पौधे न उगे और फसलों के उत्पादन में वृद्धि हो।

2.)खेतों में खाद तथा उर्वरक का उपयोग क्यों करते हैं। 

उत्तर : खाद तथा उर्वरक के उपयोग करने से खेतों की उपजाऊ क्षमता बढ़ जाती है। हमें बीजों को बोने से लेकर पकने तक पौधों में पोषक तत्व का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि जब इन तत्वों की कमी हो जाती है तो भूमि में , तब खेतों में खाद तथा उर्वरक का इस्तेमाल करते हैं। 

3.) अंतराफसलीकरण तथा फसल चक्र के क्या लाभ हैं। 

उत्तर : इससे यह लाभ है कि खरपतवार को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे फसलों का उत्पादन बढ़ जाता है। साथ में भूमि की उपजाऊ क्षमता भी बढ़ जाता है। 

4.) अनुवांशिक फेरबदल क्या है? 

उत्तर : कृषि प्रणालियों में या कैसे उपयोगी है इस विधि में अच्छे गुणों वाले जिनको। डाला जाता है जिससे जिसके फलस्वरूप आनुवंशिक रूपांतरण वाले फसल प्राप्त होते हैं।

5.) भंडार गृहों में अनाज की हानि कैसे होती है। 

उत्तर :  भंडार गृहों में अनाज की हानि दो प्रकार से होती है। 

i)जैविक

 ii)जैविक 

i)जैविक कारक – इस कारक से कीट, जीवाणु तथा कवक जैसों के चलते अनाज की हानि होती है 

ii)जैविक इसमें नमी तथा तापमान के अभाव के कारण अनाज की हानि होती है जिससे अनाज की गुणवत्ता में कमी आ जाता है और इनका वजन भी कम हो जाता है। 

6.)किसानों के लिए पशुपालन प्रणालियां कैसे लाभदायक है। 

उत्तर : पशुपालन करने से किसानों को दूध की प्राप्ति तथा कृषि के लिए हल चलाना, सिंचाई तथा अनाज ढोने का साधन प्राप्त हो जाता है। 

7.)पशुपालन के क्या लाभ है

पशुपालन के निम्नलिखित लाभ है जो इस प्रकार है 

i)दूध की प्राप्ति होती है 

ii) मांस की प्राप्ति होती है। 

iii) खाद की प्राप्ति होती है 

iv) भेड़ तथा बकरियों से उन की प्राप्ति होती है। 

8.) उत्पादन बढ़ाने के लिए कुटकुट पालन ,मत्स्य पालन तथा मधुमक्खी पालन में क्या समानताएं हैं। 

उत्तर : इन तीनों तरह के पालन के लिए उसके प्रबंधन प्रणालियां की आवश्यकता है। 

i)उचित आहार 

ii)आहार की गुणवत्ता 

iii)उपयुक्त आवास 

iv)रोगों तथा पीड़को से बचाव।

इन्हे ज़रूर पढ़े…

• पाठ 7 जीवों में विविधता प्रश्र उत्तर

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