तो दोस्तों अगर आप भी क्लास 10 में है और आप भी google पर इस जल प्रलय में question answer class 9 को ढूंढ रहे हैं तो आप बिलकुल ही सही जगह पर आए हैं क्योंकि आज हमने इसी का solution दिया हैं तो चलिए शुरु करते हैं…
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!इस जल प्रलय में question answer class 9
अभ्यास के प्रश्न
प्रश्न 1. बाढ़ की खबर सुनकर लोग किस तरह की तैयारी करने लगे
उत्तर- शहर में बाढ़ आने की खबर पाते ही लोग अपने-अपने घरों में आवश्यक सामग्री इकट्ठी करने लगे। लोगों ने ईंधन, आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, सिगरेट पीने का पानी और विभिन्न दवाइयाँ जमा कर ली थीं।
जिन इलाकों में पानी आने की चर्चा थी वहाँ के लोग प्रतीक्षा करने लगे। जिन क्षेत्रों में अभी पानी नहीं घुसा था वहाँ के लोग अन्य प्रभावित क्षेत्रों में जा-जाकर वहाँ की स्थिति देखने लगे
प्रश्न 2. बाढ़ की सही जानकारी लेने और बाद का रूप देखने के लिए लेखक क्यों उत्सुक था ?
उत्तर-शहर में चारों और बाढ़ आने की खबर फैल चुकी थी। राजभवन और मुख्यमंत्री निवास बाढ़ के पानी में डूब गए थे। दोपहर तक यह भी खबर फैली कि गोलघर भी पानी से घिर चुका है।
लेखक कॉफी हाऊस को भी अपनी आँखों से डूबा हुआ देखना चाहता था। वह यह जानने को उत्सुक था कि आखिर पानी कैसे घुस आया है। लेखक शहर में फैली भिन्न-भिन्न अफवाहों पर ध्यान न देकर वास्तविकता को अपनी आँखों से देखना चाहता था। इसलिए वह एक रिक्शे में बैठकर वहाँ गया।
प्रश्न 3. सबकी जबान पर एक से जिज्ञासा- ‘पानी कहाँ तक आ गया है- इस कथन से जनसमूह की कौन-सी भावनाएं व्यक्त होती हैं?
उत्तर- लेखक शहर में आई बाढ़ से ग्रस्त इलाकों की सही जानकारी लेने के लिए एक रिक्शा में बैठकर शहर की सड़कों पर निकला। उसने देखा कि और भी बहुत से लोग पैदल ही पानी को देखने निकल पड़े हैं। सभी की आँखों में एक ही जिज्ञासा भरा प्रश्न था कि- “पानी कहाँ तक आ गया है” लोगों के मन में स्वयं बाढ़ की स्थिति से अवगत होने की भावना थी।
ये जानना चाहते थे कि शहर के किन-किन क्षेत्रों को बाढ़ ने घेर लिया है। उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी पहुँचने की उम्मीद व प्रतीक्षा थी। लोग बाढ़ से भयभीत नहीं थे। वे तो बस यह जानना चाह रहे थे कि बाढ़ का पानी कितनी गति से शहर में बढ़ता जा रहा है।
प्रश्न4 . ‘मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है और क्यों
उत्तर–लेखक ने तेज गति से शहर में आती बाढ़ की झागभरी लहरों को ‘ मृत्यु का तरल दूत’ कहा है। लेखक के अनुसार एक मोटी रस्सी की शक्ल में गेरू झाग युक्त पानी की धारा चारों ओर बह रही थी।
ये लहरें तरल थीं और लगता था मौत का बुलावा देने आ रही हो। लेखक को तीव्र गति से बहती जल धाराएं जानलेवा लगीं। यही सब देख-सोच कर लेखक ने बाढ़ की लहरों को ‘मृत्यु का तरल’ दूत कहा है।
प्रश्न 5. आपदाओं से निपटने के लिए अपनी तरफ से कुछ सुझाव दीजिए।
उत्तर-यूं तो प्राकृतिक आपदाओं के विभिन्न रूप हैं। कभी ये प्राकृतिक आपदाएँ भयंकर भूचाल, आँधी-तूफान,चक्रवात, अकाल, उल्का पिण्ड आदि के रूप में पृथ्वी पर आती रहती हैं। उनमें से बाढ़ भी एक ऐसी ही प्राकृतिक आपदा है,जिससे निपटना एक दुष्कर कार्य है। अत्यधिक वर्षा आदि होने से नदियों-नालों का पानी कगार तोड़कर फैल जाता है।
ऐसा प्रायः होता ही रहता है, अतः इससे निपटने के लिए दीर्घकालिक व तात्कालिक उपाय बरतना आवश्यक है। मेरे विचार से नगर सुधार मंडल को शहर में पानी बढ़ जाने की स्थिति में उसकी निकासी की भी तैयारी रखनी चाहिए। बाढ़ आने पर नाव व अन्य बचाव-उपकरणों का बंदोबस्त होना आवश्यक है। खाद्य एवं चिकित्सा सामग्री का भी उचित मात्रा में भंडारण किया जाना चाहिए। तभी हम इस आपदा में सुरक्षित रह पाएँगे।
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प्रश्न 6. ‘ईह! जब दानापुर डूब रहा था तो पटनियाँ बाबू लोग उलटकर देखने भी नहीं गए. अब बूझो इस कथन द्वारा लोगों की किस मानसिकता पर चोट की गई है?
उत्तर- “ईह ! जब दानापुर डूब रहा था तो पटनियाँ बाबू लोग उलटकर देखने भी नहीं गए अब बूझो लेखक ने अपने इस पाठ की इन पंक्तियों में शहरी लोगों की स्वार्थपरता की भावना पर कड़ा व्यंग्य किया है।
लेखक इन पंक्तियों में उन शहरी लोगों के इस व्यवहार पर अफसोस व्यक्त करता है कि वे कभी बाढ़ में ग्रामीणों की दयनीय हालत को देखने तक नहीं जाते हैं।
प्रश्न 7 खरीद बिक्री बंद हो चुकने पर भी पान की बिक्री अचानक क्यों गई
उत्तर-ज्योंही बाढ़ आती है तो प्रायः चारों ओर हड़बड़ी मच जाती है। बाजार बंद हो जाते हैं, दुकानदार, घरवाले लोग।अपने-अपने सामान को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के लिए भाग-दौड़ शुरू कर देते हैं। बाजार में खरीद-बिक्री का कारोबार बंद हो जाता है। सभी व्यापारिक व अन्य प्रतिष्ठान ठप्प से जाते हैं।ऐसे हालातों में पान, बीड़ी, सिगरेट की दुकानों में हलचल बढ़ जाती है।
उनकी बिक्री अचानक बढ़ जाती है। इसका मुख्य कारण यह है कि बाढ़ ग्रस्त लोग अपना समय काटने अथवा शहर भर में फैली चर्चाओं को जानने-सुनने के लिए इन दुकानों पर एकत्रित हो जाते हैं। इन दुकानों पर रेडियो-ट्रॉजिस्टरों, टी.वी. आदि की व्यवस्था भी होती है, जिनसे निरंतर समाचार प्रसारित होते रहते हैं। ये इन्हें देखने-सुनने के लिए इन दुकानों पर रुक जाते हैं।
प्रश्न 8. जब लेखक को यह अहसास हुआ कि उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने क्या-क्या प्रबंध किए ।
उत्तर : नगर भर का चक्कर लगाकर लेखक को जब अहसास हुआ कि कुछ समय बाद उसके इलाके में भी पानी घुसने की संभावना है तो उसने अपनी एक सप्ताह की खुराक का प्रबंध कर लिया।
उसने तत्काल अपनी पत्नी से घर में मौजूद किताबों और गैस आदि को स्थिति के बारे में जानकारी ली। उसने अपने घर में इस आपातकाल में असुविधा से बचने के लिए ईंधन,आलू, मोमबत्ती, दियासलाई, सिगरेट पीने का पानी और नींद की गोलियों का प्रबंध कर लिया।
प्रश्न 9. बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में कौन-कौन सी बीमारियों के फैलने की आशंका रहती है?
उत्तर- वर्षा के दिनों में बाढ़ आने से हैजा, टायफाइड, मलेरिया आदि बीमारियों के फैलने की अत्यधिक आशंका रहती है।
प्रश्न 10. नौजवान के पानी में उतरते ही कुत्ता भी पानी में कूद गया। दोनों ने किन भावनाओं के वशीभूत कर ऐसा किया?
उत्तर- लेखक ने अपनी यात्रा दौरान एक बाढ़ग्रस्त नवयुवक को चिकित्सा की दृष्टि से अपनी नाव पर चढ़ा लिया उस नौजवान के साथ-साथ उसका पालतू कुत्ता भी चढ़ आया। डॉक्टर कुत्ते को भगाने के लिए उस नौजवान के साथ साथ उसका पालतू कुत्ता भी चढ़ गया। डॉक्टर ने कुत्ते को भगाने के लिए चिल्लाया। नौजवान ने डॉक्टर की बात सुनकर खुद भी जाने से मना कर दिया और पानी में छपाक से कूद गया।
वह कुत्ते के बिना लेखक, चिकित्सक के साथ जाने को तैयार न हुआ। कुत्ता भी अपने नोजवान युवा मालिक के पीछे-पीछे पानी में कूद गया। लेखक ने इस घटना से अनुभव किया कि कुत्ते और नौजवान में परस्पर एक-दूसरे के प्रति अत्यधिक प्रेमवश लगाव की भावना प्रबल थी। इस घटना में कुत्ते की स्वामिभक्ति प्रकट होती है।
प्रश्न 11. ‘अच्छा है, कुछ भी नहीं। कलम थी, वह भी चोरी चली गई। अच्छा है, कुछ भी नहीं- मेरे पास मूवी कैमरा, टेप रिकॉर्डर आदि की तीव्र उत्कंठा होते हुए भी लेखक ने अंत में उपयुक्त कथन क्यों कहा
उत्तर : लेखक ने अपने पास मूवी कैमरा, टेपरिकॉर्डर आदि न होने पर संतोष व्यक्त किया है। वह जानता है कि यदि उसके पास ये सभी चीजें होतीं तो वह निश्चित ही उन क्षणों, घटनाओं, दृश्यों को कैमरे टेपरिकॉर्डर में कैद कर लेता। फिर बार-बार इन्हें देख-देख कर स्वयं ही दुखी होता रहता। ऐसा होने से उसे कोई लाभ नहीं होना था। इसीलिए उसके मुख से यह कथन निकला।
प्रश्न 12. आपने देखा होगा कि मीडिया द्वारा प्रस्तुत की गई घटनाएँ कई बार समस्याएं बन जाती है, ऐसी किसी का उल्लेख कीजिए।
उत्तर- यह सही ही है कि कभी-कभी मीडिया किसी सामान्य घटना को बहुत ही बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत करता है। उनके इस प्रसारण से प्रायः भयानक घटनाएँ, स्थितियाँ, समस्याएं पैदा हो जाती है। इससे चारों ओर का वातावरण बड़ा ही भयोत्पादक बन जाता है।
अभी कुछ दिन पहले मुंबई में आई बाढ़ के दृश्यों को मीडियावालों ने इस कदर बढ़ा-चढ़ा कर प्रसारित किया कि लगने लगा मुंबई का अब अस्तित्व खत्म हो जाएगा ऐसे विस्तृत व भयोत्पादक समाचारों से कभी-कभी स्थिति बहुत संवेदनशील हो जाती है। लोगों का आत्मविश्वास कम हो जाता है तथा सरकार के प्रति अविश्वास बढ़ता है।
प्रश्न 13. अपनी देखी-सुनी किसी आपदा का वर्णन कीजिए।
उत्तर-11 जुलाई, 2006 की घटना है। सभी मुंबईवासी शाम को काम से थक-हार कर लोकल ट्रेन से अपने-अपने घरों को वापस लौट रहे थे। कोई अपने प्रियजन से भेंट के लिए खुशी-खुशी जा रहा था तभी मुंबई की लोकल ट्रेनों में 8 धमाके हुए ये सभी धमाके साथ 6:15 से 6:35 के बीच हुए थे। इन धमाकों ने पूरी मुंबई को पूरी तरह हिलाकर रख दिया। इन विस्फोटों में लगभग 190 लोग मारे गए और 450 घायल हो गए। विस्फोट इतने भयानक थे कि चारों तरफ अफरा-तफरी मचने के साथ-साथ चीख-चिल्लायें गूंज उठीं। सभी हक्के-बक्के रह गए
किसी की कुछ समझ न आता था कि अकस्मात् क्या हुआ। थोड़ी देर के लिए यहाँ उपस्थित जन समूह मौत के तांडव के सम्मुख किकर्त्तव्यविमूढ व विवश हो गए। जगह-जगह मांस के लोथड़े में लिपटे आहत यात्री विवशता की मूर्ति बने तड़पते रहे।इस अप्रत्याशित घटना से निपटने के लिए कोई तैयार न था। यह घटना नागरिकों की सुरक्षा के मामले से जुड़ी थी, जो आतंकवादियों की अट्टहास बनकर प्रशासनिक अधिकारियों चिढ़ा रही थी।
FAQ :
(1) इस जल प्रलय मे पाठ का क्या संदेश है?
उत्तर : इस पाठ के माध्यम से लोगो को प्राकृतिक आपदाओं के बारे मे बताना है ?
(2)इस जल प्रलय मे किसका वर्णन है
उत्तर: 1967 में आई बाढ़ का वर्णन है
(3) इस जलय प्रलय मे पाठ मे बाढ़ के पानी को क्या कहा गया है?
उत्तर : मौत का दूत
(4) इस जल प्रलय मे पाठ के आधार पर बताइए कि मृत्यु का तरल दूत किसे कहा गया है और क्यों?
उत्तर:”मृत्यु का तरल दूत बाढ़ को कहा गया है क्योंकि ये वैसे पानी होते है जो मौत का संदेश लेकर आगे आते है।
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