तो दोस्तों अगर आप भी class 10th के student हैं और google पर यह दंतुरित मुस्कान और फसल के प्रश्न उत्तर ढूंढ रहे हैं तो aap बिलकुल ही सही पोस्ट पर आए हैं तो चलिए शुरु करते है…
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यह दंतुरित मुस्कान और फसल
अभ्यास के प्रश्न
प्रश्न 1. बच्चे की दंतुरित मुस्कान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर- बच्चे की दंतुरित मुस्कान से कवि का मन प्रसन्न हो जाता है। और कहते हैं की यह मुस्कान मृतक व्यक्ति में भी जान डाल देता हैं
प्रश्न 2. बच्चे की मुस्कान और एक बड़े व्यक्ति की मुस्कान में क्या अंतर है ?
उत्तर- एक बच्चे की मुस्कान सरल, भोली और मनभावक होती है, जबकि एक बड़े व्यक्ति की मुस्कान अर्थपूर्ण होती है। वह बहुत से अभिप्रायों, अथों और मनोभावों को अपने में छुपाए रहती है।
प्रश्न 3. कवि ने बच्चे की मुस्कान के सौंदर्य को किन-किन बिंबों के माध्यम से व्यक्त किया है ?
उत्तर – कवि ने बच्चे की मुस्कान के सौंदर्य को कमल, जल, शेफालिका के फूल आदि बिंबों केमाध्यम से व्यक्त किया है।
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प्रश्न 4. भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात।
(ख) छू गया तुमसे कि झरने लग पड़े शेफालिका के फूल बाँस था कि बबूल ?
उत्तर : इस प्रश्न का उत्तर देते हुए कवि कहता है कि फसल स्वयं उत्पन्न होने वाली कोई विशेष वस्तु नहीं है। इसके निर्माण में अनेक तत्त्व सहायक हैं। फसल पर विभिन्न नदियों के अमृततुल्य जल का प्रभाव पड़ता है। अनेक किसान-मजदूरों के दिन-रात के अथक परिश्रम का फल है, अनेक प्रकार की भूरी, काली, चंदन जैसी मिट्टीयों की उर्वरता का प्रभाव है, सूर्य के प्रकाश और हवाओं के बहाव का भी फसलों के निर्माण में विशेष योगदान है।
यह सभी तत्त्व फसल निर्माण में सहायक बनते हैं। अतः मानव श्रम के साथ पंचमहाभूतों का भी फसल के निर्माण में विशिष्ट योगदान है।
प्रश्न 5 मुस्कान और क्रोध भिन्न भिन्न भाव हैं इसकी उपस्थिति से बने वातावरण की भिन्नता का चित्रण कीजिए।
उत्तर : मुस्कान और क्रोध दोनों ही अलग अलग भाव हैं और जब कोई व्यक्ति खुश होता हैं तो उसके चेहरे पर एक अलग ही प्रकार की खुशी दिखती हैं और क्रोध के समय पुरा उल्टा ही हो जाता हैं।
प्रश्न 6. दंतुरित मुस्कान से बच्चे की उम्र का अनुमान लगाइए और तर्क सहित उत्तर दीजिए।
उत्तर- दंतुति मुस्कान से लगता है कि बच्चे की उम्र लगभग एक साल रही होगी। क्योंकि बच्चों को दाँत इसी उम्र में उगते हैं।
प्रश्न 7. बच्चे से कवि की मुलाकात का जो शब्द-चित्र उपस्थित हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – बच्चे से कवि की मुलाकात जब हुई तो बच्चा कवि की ओर टकटकी बाँधकर देख रहा था और मुस्कुरा रहा था।
कवि ने उसके मुँह में नए उगे दाँतों को देखकर अनेक काव्यात्मक कल्पनाएँ की हैं जो कविता में व्यक्त हुई हैं
फसल
प्रश्न 1. कवि के अनुसार फसल क्या है ?
उत्तर- कवि नागार्जुन के अनुसार फसल अनगिनत किसानों और मजदूरों के परिश्रम का फल है।
प्रश्न 2. कविता में फसल उपजाने के लिए आवश्यक तत्त्वों की बात कही गई है। वे आवश्यक तत्व कौन-कौन से हैं ?
उत्तर- फसल उपजाने के लिए पृथ्वी, पानी, सूर्य, हवा के अतिरिक्त मानव श्रम का भी विशेष योगदान रहता है।
प्रश्न 3. फसल को ‘हाथों के स्पर्श की गरिमा’ और ‘महिमा’ कहकर कवि क्या व्यक्त करना चाहता है ?
उत्तर- नागार्जुन ने फसल को धरती और मानव श्रम से जोड़ा है। फसल उत्पन्न करने में पृथ्वी, सूर्य, पानी, हवा आदि का योगदान होता है, परंतु किसानों-मजदूरों के दिन-रात के परिश्रम के बिना पैदा नहीं हो सकती है।
फसलों के उत्पादन में एक-दो नहीं अपितु लाखों-करोड़ किसान-मजदूर लगे रहते हैं। ऐसा कहकर कवि किसानों-मजदूरों के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करता है।
प्रश्न 4. भाव स्पष्ट कीजिए-
(क) रूपांतर है सूरज की किरणों का
सिमटा हुआ संकोच है हवा की थिरकन का!
उत्तर-नागार्जुन ने ‘फसल’ कविता में फसल को अनेक तत्त्वों का समन्वित रूप बताया है। इनमें सूर्य और वायु का मुख्य स्थान है।
सूर्य की ऊर्जा ही फसलों में संचित होती है। हवा भी फसलों को जीवन प्रदान करती है। हवा का अदृश्य रूप लहलहाती फसलों से अभिव्यक्त होता है।
प्रश्न 5. कवि ने फसल को हजार-हजार खेतों की मिट्टी का गुण-धर्म कहा है-,
(क) मिट्टी के गुण-धर्म को आप किस तरह परिभाषित करेंगे ?
(ख) वर्तमान जीवन शैली मिट्टी के गुण-धर्म को किस-किस तरह प्रभावित करती है ?
(ग) मिट्टी द्वारा अपना गुण-धर्म छोड़ने की स्थिति में क्या किसी भी प्रकार जीवन की कल्पना की जा सकती है ?
(घ) मिट्टी के गुण-धर्म को पोषित करने में हमारी क्या भूमिका हो सकती है ?
उत्तर- (क) अनेक खेतों में विभिन्न प्रकार की मिट्टियाँ होती हैं। ये मिट्टियाँ अपनी उर्वरा शक्ति के आधार पर फसलों को उत्पन्न करती हैं।
(ख) वर्तमान युग में अधिक फसल प्राप्त करने के लिए अत्यधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग किया जा रहा है। परिणामस्वरूप मिट्टी के गुण-धर्म में लगातार गिरावट आती जा रही है।
(ग) मिट्टी द्वारा अपना गुण-धर्म छोड़ दिए जाने पर किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। क्योंकि पृथ्वी पर जब कुछ उत्पन्न ही नहीं होगा तो पृथ्वी पर रहने वाले प्राणी,जीव-जन्तु अपना भरण-पोषण किस प्रकार कर पाएँगे ? अतः मिट्टी का अपना गुण-धर्म बना रहना आवश्यक है।
(घ) मिट्टी के गुण-धर्म को बनाये रखने में हम अनेक तरह से सहायक हो सकते हैं। फसल चक्र के माध्यम से मिट्टी के गुण-धर्म की रक्षा की जा सकती है। उर्वरकों का उचित मात्रा में प्रयोग करके और भरपूर पेड़-पौधे लगाकर मिट्टी के गुण-धर्म का पोषण कर सकते हैं
यह दंतुरित मुस्कान और फसल
FAQ :
1 यह दंतुरित मुस्कान कविता मे कवि ने किसका भावपुर्ण चित्रण किया है
उत्तर: एक बच्चे कि मुस्कान को कवि ने चित्रण किया है
(2) दंतुरित का मतलब क्या होता है?
उत्तर: बच्चे के जन्म के बाद आने वाले दाँत को दंतुरित करते है
(3.)प्रश्न 10 कवि के अनुसार फसल क्या है?
उत्तर :फसल अनेको नदियों के पानी का जादू, कई लोगों के स्पर्श कि गरिमा और बहुत सारे खेतों की मिट्टी का गुण मिला है
(4.) फसल कविता में कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर : कवि कविता मे कहना चाहते है कि फसल प्राकृतिक संसाधनों तथा किसानो कि मेहनत का संपूर्ण रूप है।
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