श्वषन का परिभाषा

हेलो , सभी को  नमस्कार  ,और कुछ जानने से  पहले मैं बता देना चाहता हूँ की आज हम एक बार फिर से एक    बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में पढ़ने जा रहे है जो की हमारे जीवित रहने के लिए  बहुत ही आवश्यक है जिसे हम श्वषन कहते है 

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!


इसी जैविक क्रिया की वजह से हम अपनी दैनिक जीवन की सभी क्रियाओ को सुचारु रूप चला पाते है तो चलिए हम इसके बारे में जानकारीया प्राप्त करना शुरू  करते है 

श्वषन-:सभी जीवधारियों के शारीरिक कोशिकाओं में उपस्थित ऑक्सीज़न  के द्वारा भोज्य पदार्थो को  ऑक्सीकरण अभिक्रिया के फलस्वरूप ऊर्जा को विमुक्त करने की प्रक्रिया को श्वसन कहते है इस जैविक प्रक्रिया के फलस्वरूप  कार्बनडाइऑक्साएड और जल का  निर्माण होता है तथा  संचित ऊर्जा अलग -अलग  रूपों से विमुक्त होता है जो  श्वसन क्रिया के बाद पूर्ण होता है 

 श्वसन तंत्र -:

                          श्वसन की  क्रिया में भाग लेने वाले अंग (मुख ,नाक ,नासाद्वार ,स्वरयंत्र ,श्वासनलिका ,फुफ्फुस ) मिलकर श्वसन तंत्र कहते है 

      श्वसन की क्रिया दो भागो में सम्पंन होती है। 
1 ) बाह्य श्वसन 
2 ) अंतः श्वसन 

1 )बाह्य श्वसन -:इस प्रक्रिया में बाहरी वातावरण से ऑक्सीजन को शरीर के अंदर तथा कोशिकाओं के उपयोग करने के बाद प्राप्त कार्बनडाइऑकसाइड को शरीर से बाहरी वातावरण में भेजने की प्रक्रिया को बाह्य श्वसन कहते है। जो विसरण प्रक्रिया के द्वारा संपन्न होता है जिसके फलसवरूप ऊर्जा का  निर्माण नहीं  होता है  जो की  प्रकार का  रासायनिक  प्रक्रिया है 
                               बाह्य श्वसन की प्रक्रिया भी दो तरीको से पूरी होती है। 
 a ) श्वासोच्छवास 
 b ) गैसों का परिवहन 
 a ) श्वासोच्छवास -:श्वासोच्छवास की क्रिया में  कार्बनडाइऑकसाइड प्रश्वास के माध्यम फेफड़ो तक पहुँचती है तथा फेफड़ो से उच्छवास के द्वारा कार्बनडाइऑकसाइड बाहरी वातावरण में चला जाता है तो इस प्रक्रिया को श्वासोच्छवास कहते है  
 
  b ) गैसों का परिवहन-:फेफड़ों से शुद्ध ऑक्सीजन रक्त्त के द्वारा शरीर के सभी कोशिकाओं तक तत्पश्चात कोशिकाओं के उपयोग के फलस्वरूप उत्पन्न कार्बनडाईऑक्साइड  को पुनः रक्त्त के माध्यम से फेफड़ो तक पहुचना ही गैसों का परिवहन कहलाता है ।
2)अंतः  श्वसन -: इस प्रक्रिया में ग्लूकोस का विखंडन ऑक्सीजन की के द्वारा होता है जिसके फलस्वरूप कार्बनडाइऑकसाइड ,जल और ऊर्जा का निर्माण होता है ।
                                                               ग्लूकोज
                                                                   |
                                                       पायरुवेट +ऊर्जा
                                 —————————————————-
                                 |                                 |                                  |
                            एथेनॉल           लैक्टिक अम्ल+ऊर्जा               लैक्टिक          
                               +
         कार्बनडाईऑक्साइड 
                           +
                          ऊर्जा 
श्वषन का परिभाषा

                        बहुत बहुत धन्यवाद इस पोस्ट को पढ़ने के लिए और ऐसे ही और अधिक  जानकारी प्राप्त  करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे www.heretotaly.blogspot.com🙏🙏🙏🙏