साना साना हाथ जोड़ी पाठ के प्रश्न उत्तर – 2023

तो दोस्तों अगर आप भी क्लास 10 के छात्र हैं और आप भी गूगल पर साना साना हाथ जोड़ी पाठ के प्रश्न उत्तर ढूंढ रहे हैं तो आप बिलकुल ही सही जगह पर आए हैं क्योंकि आज हमने इसी के बारे में बताया हैं तो चलिए शुरु करते हैं…

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साना साना हाथ जोड़ी

साना साना हाथ जोड़ी पाठ के प्रश्न उत्तर

अभ्यास के प्रश्न

प्रश्न 1. झिलमिलाते सितारों की रोशनी में नहाया गंतोक लेखिका को किस तरह सम्मोहित कर रहा था?

उत्तर- झिलमिलाते सितारों की रोशनी में नहाया गंतोक के जादुई सौंदर्य से लेखिका मुग्ध हो गई थी।

उसकी चेतना स्थिर हो गई तथा अतींद्रियता की जादुई रोशनी में खो गई। उसको ऐसा महसूस हुआ कि उसके अंदर व बाहर केवल ब्रह्म ही है। उसके हृदय में एक अलौकिक प्रकाश फैल गया था। इस तरह लेखिका उस रहस्यमयी सितारों की रोशनी पर सम्मोहित हो रही थी।

प्रश्न 2. गणतोक  को ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ क्यों कहा गया?

उत्तर-गतोक को ‘मेहनतकश बादशाहों का शहर’ इसलिए कहा गया है। क्योंकि यह शहर एक ऐतिहासिक शहर है जिसे राजा-महाराजाओं ने बहुत ही लगन व मेहनत से बनवाया था।

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प्रश्न 3. कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना किन अलग-अलग अवसरों की ओर संकेत करता है?

उत्तर- कभी श्वेत तो कभी रंगीन पताकाओं का फहराना शांति और अहिंसा का प्रतीक माना जाता है। जब कभी किसी बुद्धिष्ट का निधन हो जाता है तो शहर से दूर उसकी आत्मा की शांति के लिए एक सौ आठ पताकाएँ फहराई जाती हैं।

इसी तरह जब कोई नया कार्य आरंभ किया जाता है तो उस समय रंगीन पताकाएँ फहराई जाती हैं। उन्हें उतारा नहीं जाता है, वे खुद ही नष्ट हो जाते हैं।

प्रश्न 4. जितेन नार्गे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहाँ की भौगोलिक स्थिति एवं जन-जीवन के बारे में क्या महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं लिखिए।

उत्तर- जितेन नागे ने लेखिका को सिक्किम की प्रकृति, वहाँ की भौगोलिक स्थिति व जन-जीवन के बारे में जानकारियाँ देते हुए कहा कि सिक्किम एक ऐतिहासिक एवं बादशाहों का शहर था।

कवी-लॉग स्टॉक तथा यूमथांग सीमा से लगते स्थान है। सिक्किम की राजधानी गंगटॉक है। यह अत्यंत सुंदर एवं रमणीक है। इसका मूल नाम गतोक है। गतोक का अर्थ है पहाड़। पहले यहाँ पर्यटक स्थल नहीं थे। सिक्किम भारत से सटा हुआ एक स्वतंत्र रजवाड़ा था। लेकिन जब इसका भारत में विलय किया गया तो आर्मी के कप्तान शेखर दत्ता की कोशिश से धीरे-धीरे टूरिज्म की दृष्टि से विकास किया जाने लगा। यहाँ के निवासी सीधे-सादे और परिश्रमी हैं।

भारत में सिक्किम का विलय हो जाने से यहाँ के निवासी बहुत खुश हैं और स्वयं को इंडियन कहकर भारत के गौरव को और भी अधिक गौरवान्वित करते हैं। यहाँ की सड़कों को बनाने में न जाने कितने मेहनतकशों की जान गई थी इसके बाद भी यहाँ काम तीव्र गति से चल रहा है।

यहाँ के लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। यहाँ की औरतें अपनी पीठ पर छोटे बच्चे टांग कर सड़क बनाने का कार्य करती हैं लेकिन वे अपने जीवन से निराश नहीं होते हैं। और खुशी से अपना जीवन-यापन करते हैं। यहाँ के लोग अपने देश से बहुत प्यार करते हैं।

प्रश्न 5. लोंग स्टॉक में घूमते हुए चक्र को देखकर लेखिका को पूरे भारत की आत्मा एक सी क्यों लगी?

उत्तर- लोंग स्टॉक में घूमते हुए चक्र को देखकर लेखिका को जितेन ने बताया कि जो व्यक्ति इस चक्र को घूमाता है उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। लेखिका मन-ही-मन सोचने लगती है

कि भारत स्वतंत्र होने के बावजूदभी मानसिक संकीर्णता एवं अंधविश्वासों से छुटकारा नहीं मिला है। आज भी पूरे भारत में अंधविश्वास की आस्थाअडिग है।

प्रश्न 6. जितेन नाग्र की गाइड की भूमिका के बारे में विचार करते हुए लिखिए कि एक कुशल गाइड में क्या गुण होते हैं?

उत्तर- जितेन नार्गे नेपाल का निवासी है। वह एक बहुत ही कुशल ड्राइवर है। यह एक कुशल गाइड की भाँति गतोक के बारे में जानकारियाँ देता है। जब लेखिका एक स्थान पर प्राकृतिक सौंदर्य से मुग्ध होकर रुक जाती है

तो उस समय वह लेखिका को समझाने लगता है और कहता है कि इससे भी अधिक सुंदर जगह आगे है। वह लोग स्टॉक के सुंदर पहाड़ियों के बारे में बताता है। लेखिका सिक्किम की महिलाओं को देखकर उदास व दुःखी हो जाती है तो जितेन उसका लक्ष्य ध्यान दिलाता है।

नेपाल में घटित होने वाली खूनी घटनाओं तथा माओवादियों के बारे में पूरी जानकारी रखता है। जितेन की तरह ही प्रतिभाशाली कर्तव्यनिष्ठ, अनुभवी तथा देश के प्रति जागरूक बनना चाहिए। जितेन अनुभवी ड्राइवर होने की वजह से ही सैलानियों से भरी जीप को घने धुंध में भी चला लाया था। इसके अतिरिक्त एक गाइड को प्रत्येक जगह की बारिकी से जानकारी भी रखनी चाहिए।

प्रश्न 7. इस यात्रा-वृत्तांत से लेखिका ने हिमालय के जिन-जिन रूपों का चित्र खींचा है, उन्हें अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर- इस यात्रा-वृत्तांत में लेखिका ने हिमालय को विराट व नगपति मानते हुए प्रणाम करती है। हिमालय पर धुंध व बर्फ की वजह से सारा कुछ बादलमय नजर आता है फिर कहीं प्रियुजा एवं रुडोडेंड्रो के फूलों से सजी घाटी सुंदर सेज के रूप में दिखाई देती है।

इस अनुपम सुंदरता को देख मुग्ध हो जाती है और उसे अपने अंदर समेटना चाहतो है। हिमालय की सड़कें संकरी तथा जलेबी की तरह घुमावदार व रोमांच से भरी नजर आती हैं। बर्फ से ढँकी पहाड़ियाँ ऐसी लग रही हैं मानो उसपर पाउडर बिखेर दिया गया हो। हिमालय की अंचल में बसा ‘कटाओ’ की सुंदरता स्विटजरलैंड से भी अधिक सुंदर है।

सेवन सिस्टर्स वाटर फॉल को देखकर लेखिका खुद को अभिशप्त राजकुमारी के रूप में अनुभव करने लगती है। लेखिका चिकने-चिकने पत्थरों, ऊंची-ऊंची पर्वत शिखरों, श्वेत झाग से भरी जल प्रपातों की धार को एवं तिस्ता नदी की अनुपम सौंदर्य को देखकर मुग्ध हो गई। वहाँ काम करने बालों की प्रसन्नता व मस्ती को देखकर भी मंत्रमुग्ध हो गई।

प्रश्न 8. प्रकृति के उस अनंत और विराट स्वरूप को देखकर लेखिका को कैसी अनुभूति होती है?

उत्तर- प्रकृति के उस अनंत और विराट स्वरूप को देखकर लेखिका उसको प्रणाम करती है। सेवन सिस्टर्स वाटर फॉल को देखकर खुद को अभिशप्त राजकुमारी के रूप में अनुभव करने लगती हैं।

तिस्ता नदी के जल में उसकी सभी तामसिक भावनाएं एवं अन्य दुर्भावनाएँ नष्ट होकर वह निर्मल व पवित्र हो गई हैं।

लेखिका को लगा कि शायद ऐसी शांत व मधुर वातावरण के कारण ही ऋषि-मुनियों ने अपनी तपोभूमि बनाया होगा, सत्य की खोज की होगी व वेदों की रचना की होगी तथा ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ का महामंत्र प्राप्त किया होगा। यहाँ की अनुपम सौंदर्य को देखकर दुष्ट व खुंखार व्यक्ति भी करुणावतार बुद्ध बन जाएगा। इस तरह लेखिका सत्यम् शिवम् सुंदरम् का अहसास करती है।

प्रश्न 9. प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में डूबी लेखिका को कौन-कौन से दृश्य झकझोर गए?

उत्तर- प्राकृतिक सौंदर्य के अलौकिक आनंद में लेखिका मुग्ध होकर खोई हुई थी। लेकिन जिस समय लेखिका ने कुछ पहाड़ी महिलाओं को पत्थरों पर बैठकर पत्थर तोड़ते हुए देखा तो उस समय उसकी अतींद्रियता तहस-नहस हो गई। उन महिलाओं का कोमल शरीर, उनके हाथों में हथौड़े एवं पीठ पर बच्चों की झोले में लटकते हुए देखा तो उसे वे आदिवासी युवतियां ध्यान में आ गई जिन्हें उसने गुमला एवं पलामू को जंगलों में देखा था।

इन पहाड़ी महिलाओं के हाथों में ठोठ व सूजे हुए पैर मातृत्व एवं जीवन जीने की कठोर अम की कहानी कह रहे थे। इस अलौकिक व अनुपम सौंदर्य में भूख प्यास, मीत, दैन्य व जीवित रहने की महायुद्ध ने लेखिका को हिलाकर रख दिया। दूसरा दृश्य कड़ाके की सर्दी जहाँ केवल पेट्रोल को छोड़ सभी चीजें जम जाती है भारतीय सैनिक रह रहे थे।

प्रश्न 10. सैलानियों को प्रकृति की अलौकिक छटा का अनुभव करवाने में किन-किन लोगों का योगदान होता है, उल्लेख करें।

उत्तर- सैलानियों को प्रकृति की अलोकिक छटा का अनुभव करवाने में निम्नलिखित लोगों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। नागरिक पर्यटक जिस स्थान पर भ्रमण करता है उस स्थान के नागरिक पर्यटकों को वहाँ के बारे में जानकारी देते हैं।गाइड-गाइड प्रत्येक जगह के बारे में अच्छा जान सकते हैं।

इन्हें वहाँ के हर स्थान का सूक्ष्म ज्ञान होता है। वे पर्यटकों को सुविधा प्रदान करवाते हैं तथा मनोरंजन भी करवाते हैं। अमिक वर्ग पर्यटक जिस स्थान पर जाते हैं उस स्थान पर श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। वे उन स्थानों पर सड़कों का निर्माण कर जनसामान्य को परस्पर जोड़ते हैं।टूरिज्म स्पॉट-टूरिज्म स्पॉट भी पर्यटकों को विभिन्न जानकारियों व सुविधाएँ प्रदान करते हैं।

प्रश्न 11. “कितना कम लेकर ये समाज को कितना अधिक वापस लौटा देती है।” इस कथन के आधार पर स्पष्ट करें कि आम जनता की देश की आर्थिक प्रगति में क्या भूमिका है?

उत्तर – देश की आम जनता साधारण जनता नहीं है। अपितु देश की आर्थिक प्रगति में उनका विशेष स्थान है।आम जनता के वजह से जीवन बनता और बिगड़ता है। ये वेस्ट एट रिपेईंग’ हैं।

देश के विकास में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहता है। पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण करते हैं तथा देश सेवा करते हैं। देश को उन्नति में अपना महत्वपूर्ण सहयोग देकर भी स्वयं बहुत कम लेते हैं और समाज को इसके बदले में बहुत कुछ वापस कर देते हैं। कई बार तो ये अपनी जान भी देते हैं तथा पूरी लगन, निष्ठा एवं परिश्रम से श्रम करते हैं।

प्रश्न 12. आज की पीढ़ी द्वारा प्रकृति के साथ किस तरह का खिलवाड़ किया जा रहा है? इसे रोकने में आपकी क्या भूमिका होनी चाहिए?

उत्तर- आज की पीढ़ी द्वारा प्रकृति का निरंतर दोहन किया जा रहा है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आज की पीढ़ी प्रगति के नाम पर भूमि का अपरदन करती जा रही है। पर्वतों व जंगलों को अंधाधुंध नष्ट किया जा रहा है।

ये पौड़ी नदियों में कल कारखानों व शहरों आदि की कचरा, गंदगी बहाकर प्राकृतिक संसाधनों को विकृत कर रही है। प्रकृति के साथ खिलवाड़ के कारण ही तापमान बढ़ने लगा है वह पहाड़ों पर बर्फ गिरने की मात्रा भी कम हो गई है।

प्रश्न 13. प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में कमी का जिक्र किया गया है। प्रदूषण के और कौन-कौन से ‘दुष्परिणाम सामने आए हैं? लिखें।

उत्तर प्रदूषण की वजह एवं पेड़ों व जंगलों को अंधाधुंध कटाई की वजह से स्नोफॉल कम हुई है। तापमान में बढ़ोत्तरी को कारण वर्षा भी कम होने लगी है। लोगों को नई-नई बीमारियाँ होने लगी है। दमा, कैंसर, एलजी, अंधापन आदि अनेक बीमारियाँ उत्पन्न हो गई हैं। जल प्रदूषण के कारण शुद्ध पीने के पानी की कमी हो गई है। भूमि-अपरदन के कारण मिट्टी प्रदूषित होकर बंजर होने लगी है। दिनो-दिन प्राकृतिक सौंदर्य घट रही है।

प्रश्न 14. ‘कटाओ’ पर किसी भी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है। इस कथन के पक्षअपनी राय व्यक्त कीजिए।में

उत्तर- ‘कटाओ’ पर किसी भी दुकान का न होना उसके लिए वरदान है क्योंकि यदि यहाँ पर दुकानें होंगी, बाजार होगा एवं टुरिस्ट स्पॉट बनेगा तो विभिन्न प्रकार के लोग वहाँ पहुँचेंगे और प्रदूषण फैलायेंगे। इस प्रकार ‘कटाओ’ की सुंदरता में कमी हो जायगी। ‘कटाओ’ की सुंदरता स्विट्ज़रलैंड से अधिक है।

प्रश्न 15. प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की है?

उत्तर- प्रकृति ने जल संचय को व्यवस्था अनूठे ढंग से की है। वह पर्वत की चोटियों पर बर्फ के रूप में सोचत कर पूरी दुनिया को जल प्रदान करती है। प्रकृति शरद ऋतु में बर्फ के रूप में जल इकट्ठा करती है

और गरमी के दिनों में जब लोग पानी के लिए व्याकुल होते हैं तो ये पर्वतों के शिखरों की बर्फ पिघलने लगती है और गरमी के कारण प्यासे सुखे कंठों को जल प्रदान कर उनकी प्यास बुझाती है। प्रकृति सभी जीवों को जल से सींचती है।

प्रश्न 16. देश की सीमा पर बैठे फौजी किस तरह की कठिनाइयों से जूझते हैं? हमारा उनके प्रति क्या उत्तरदायित्व होना चाहिए?

उत्तर :  देश की सीमा पर बैठे फौजी अपने परिवार, ऐशो-आराम एवं सुख-सुविधाओं को छोड़कर वे सदैव देश की रक्षा करने में लगे रहते हैं। अलग-अलग हुए क्षेत्रों का विकास करते तथा वहाँ के लोगों को सहयोग करते हैं।

पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों एवं रास्तों का निर्माण करते तथा टूरिस्ट स्पॉट बनाते हैं रेगिस्तानों व बंजर जमीन पर छायादार वृक्षारोपण हैं। इस तरह देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

वे ऐसे-ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहाँ पेट्रोल को छोड़कर सबकुछ जम जाता है, लेकिन देश की सेवा, सुरक्षा व वहाँ के लोगों को सुख-शांति प्रदान करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। हमें उनको उत्साहित करते रहना व उनकी भावनाओं का उचित सम्मान करना चाहिए।

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साना साना हाथ जोड़ी पाठ के प्रश्न उत्तर 

FAQ :

(1)साना साना हाथ जोड़ी के लेखक कौन है

उत्तर:मधु कांकरिया

(2)साना साना हाथ जोड़ी पाठ कि विद्या क्या है?

उत्तर – यात्रा वृतांत

(3) लेखिका के ड्राइवर का नाम क्या था ?

उत्तर :- जितेन

  1. (4) साना साना हाथ जोड़ी पाठ में सिक्किम घूमते समय गाइ कौन था?

उत्तर:  जितेन