रसधानी के बारे में ।। रसधानी के मुख्य कार्य क्या है।। रसधानी किसे कहते है ।।

 

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आज के इस पोस्ट में हम रसधानी के बारे में बात करने वाले है साथ मे रसधानी के मुख्य कार्य क्या है उसे भी जानेगे और इसके बारे में पूरी जानकारी एकत्रित करने वाले है यानी हम जानेगे की रसधानी किसे कहते है । तो चलिए पोस्ट को शुरू करते है ।

इस पोस्ट पर पढ़े जाने वाले Topics 

•रसधानी किसे कहते हैं

•रसधानी का दूसरा नाम क्या हैं

• रसधानी का मुख्य कार्य क्या हैं

• पादप कोशिका में रसधानी का मुख्य कार्य क्या हैं 

                         रसधानी  किसे कहते हैं 

 रसधानियाँ ठोस अथवा तरह पदार्थों की संग्राहक थैलियाँ हैं । जंतु कोशिकाओं में रसधानियाँ छोटी होती हैं जबकि पादप कोशिकाओं में रसधानियाँ बहुत बड़ी होती हैं । कुछ पौधों की कोशिकाओं की केंद्रीय रसधानी की माप कोशिका के आयतन का 50 प्रतिशत से 90 प्रतिशत तक होता है । 
                                       पादप कोशिकाओं की रसधानियों में कोशिका द्रव्य भरा रहता है और ये कोशिकाओं को स्फीति तथा कठोरता प्रदान करती हैं । पौधों के लिए आवश्यक बहुत से पदार्थ रसधानी में स्थित होते हैं ।
 ये अमीनो अम्ल , शर्करा , विभिन्न कार्बनिक अम्ल तथा कुछ प्रोटीन हैं । कुछ एककोशिक जीवों में विशिष्ट , रसधानियाँ अतिरिक्त जल तथा कुछ अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाती हैं ।
कोशिका सजीवों की एक मूलभूत संरचनात्मक इकाई है । यह जीवन की एक मूलभूत क्रियात्मक इकाई भी है । 

प्रत्येक कोशिका की अपनी एक संरचना होती है , जिसके द्वारा वे विशिष्ट कार्य जैसे श्वसन , पोषण तथा अपशिष्ट पदार्थों का उत्सर्जन अथवा नई प्रोटीन बनाने में सहायता करते हैं ।
 ऐसा उनकी झिल्ली तथा अंगकों की विशिष्ट संरचना के कारण संभव हो पाता है 

रसधानी जन्तु और पादप कोशिकाओं के कोशिका द्रव में पायी जाने वाली रचना है । 

               कोशिका द्रव्य रहित वे निर्जीव कोशिकीय रचनाएँ जो जलनुमा तरल पदार्थों से भरी होती हैं तथा टोनोप्लास्ट नामक आवरण से घिरी होती है , रसधानी कहलाती हैं । 
इनमें भोज्य पदार्थ संचित रहते हैं । जलीय पौधों की रसधानियाँ गैसयुक्त होकर पौधों को तैरने में मदद करती हैं 

              रसधानी का दूसरा नाम क्या है? 

रसधानी का दूसरा नाम रिकितका होता है। 

                 रसधानी का मुख्य कार्य क्या होता है? 

कोशिका में कोशिका झिल्ली के माध्यम से ही पानी तथा अन्य पदार्थों का परिवहन परासरण विधि के द्वारा होता है 

तो वही रिक्तिका या रसधानी कोशिका के अंदर साइटोप्लाज्मा की अम्लीयता को अवशोषित करके Ph के मान को संतुलित करता है। साथ में रिकितका में कोशिका का भंडार गृह होता है। इसलिए यह पदार्थों का भंडारण भी करता है। 

               पादप कोशिका में रसधनी का क्या कार्य है? 

पादप कोशिकाओं में भी रसधानी पाई जाती है जो भोजन तथा जल के भंडारण के लिए उपयोग में लाई जाती है। पौधों में अनेकों आयन तथा अन्य पदार्थों की सांद्रता प्रवणता के विपरीत तानलवक से होकर रसधानी में मिल जाती है जिसके कारण इसकी सांद्रता रसधानी में कोशिका द्रव्य की अपेक्षा अधिक होता है 

               अमीबा में रसधानी की क्या भूमिका  होता है 


क्योंकि अमीबा एक कोशिकीय जीव है जो अपनी सारी जैविक क्रियाओं को एक कोशिका में संपन्न करती है। इसमें रसधानी की संख्या बढ़ते घटते रहती है। अमीबा में इसका  मुख्य कार्य पानी का संग्रहण करना होता है।

                             रसधानी का चित्र 

रसधानी के बारे में




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आपने क्या सीखा :-
.पादप कोशिकाओं की रसधानियो में कोशिका द्रव्य भरा रहता है ।

.ये एमिनो अम्ल ,शर्करा ,विभिन्न कार्बनिक अम्ल तथा प्रोटीन है ।

.जंतु कोशिकाओं में रसधानिया छोटी होती है ।

.पादप कोशिकाओं में रसधानिया बहुत बड़ी होती है ।

.रसधानिया अतिरक्त जल तथा कुछ अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है ।


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