ग्लोब के बारे मे

 आज हम इस पोस्ट पर एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक पर पूरी गहराई के साथ अध्यनन  करने  वाले है जिसका उपयोग हम पृथ्वी से संबधित जानकारी को प्राप्त करते है  जिसे हम  ग्लोब  के नाम से जानते है और आज हम कुछ और  टॉपिक को जानेगे जो  ग्लोब  से सम्बंधित है  वे इस प्रकार है  -:

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

1 ग्लोब 

2 ग्लोब का उपयोग 

3 धुव 

4 धुव के प्रकार 

 

1   ग्लोब -:   

                 ग्लोब पृथ्वी का एक काल्पनिक नमूना है जो पृथ्वी या धरती के वास्तविक प्रतिरूप के लघु रूप को ग्लोब कहते है | हम पृथ्वी के अलग अलग भौतिक स्वरूपों जैसे -: द्वीप ,महाद्वीप ,सागर ,महासागर ,नदी ,तालाब ,पर्वत झरनो आदि के स्थिति ,आकार ,आकृति इत्यादि का समतल कागज पर बनाये मानचित्र के अपेक्षा ग्लोब पर ज्यादा सही तरीके से समझ सकते है और हम जानते है की पृथ्वी भी अपने अक्ष पर पशिचम से पूर्व की ओर  घूमती  है जो हम ग्लोब की मदद से समझ सकते है  

    ग्लोब का विभिन्न्न आकार   हो सकता है कई ग्लोब बड़े आकार के होते है जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं ले जाया सकता है तो  वही कुछ ऐसे भी ग्लोब  होते है जो आकार में  छोटे होते है जिन्हे  दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा  सकता है   इसका  उपयोग धरती के अधययन में किया जाता है 

  2 ग्लोब का उपयोग -:

                                  ग्लोब की सहायता से हमे हमारी पृथ्वी के बारे में अनेको प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है जो हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है जिनका उपयोग हम इस प्रकार से करते है 

  a ) ग्लोब के सहायता से हमें पता चलता है की हमारी पृथ्वी का आकार गोलाकार है लेकिन हल्का धुव  पर चपटा है 

b ) ग्लोब से ही हमें मालूम चलता है की धरती अपने  अक्ष पर सीधी नहीं है बल्कि लगभग 2 3 /2  डिग्री झुकी  हुई  है 

c )पृथ्वी धुव पर चपटी है जो हमें ग्लोब की मदद से पता चलता है 

d )पृथ्वी अपने धुरी  पर घूमती है 

e ) ग्लोब पर हमें नीला रंग बहुत दिखाई  देता है। जो बताता है की धरती पर अधिक मात्रा में जल है 

f ) हम  ग्लोब की सहायता से पृथ्वी के किन किन भागो में द्वीप ,महाद्वीप ,पर्वत ,पठार है ग्लोब की मदद से  आसानी से  समझ पाते है 

g )हम ग्लोब की मदद से धरती पर होने वाली दिन व रात को हद तक समझ सकते है 

3  )धुव -:

          वह बिंदु  जंहा से पृथ्वी के  घूर्णन सतह से मिलता है धुर्व कहलाता है 

4  ) धुव  के प्रकार :-

                           धुव  दो प्रकार के होता है 

                        a )उत्तरी धुव                       b )दक्षिणी धुव 

   a )उत्तरी  धुव ;-

                        यह धुर्व पृथ्वी का सबसे दूर वाला भाग है तथा यह वह बिंदु है जंहा से पृथ्वी की धुरी  घूमती है यह बिंदु आर्कटिक महासागर में पड़ता है और यह महासागर बहुत अधिक ठंडा होता है क्योकि इस स्थान पर छः  महीनो तक सूर्य का प्रकाश नहीं पड़ता है और इस धुव  को हम आर्कटिक क्षेत्र भी कहता है 

b ) दक्षिणी धुव  -:

                              यह धुर्व पृथ्वी का दक्षिणी सिरा है तथा इसे  अंटार्टिका के नाम से जाना जाता है  तथा इसी  धुव  पर पृथ्वी घूमती है तथा इस धुर्व पर पहुंचना काफी कठिन होता है कयोकि यह धुव  पर्वतीय महाद्वीप पर है जिसे हम अंटार्टिका महाद्वीप कहते है जो की बहुत मोटी बर्फ की चादर से ढकी हुए है यहाँ पर पहुंचना आम मनुष्य के लिए सपना हिअ इस स्थान पर केवल वैज्ञानिको की बस्तिया ही दिखाए पडती है 

ग्लोब के बारे मे


                       

ग्लोब पर 

Comments are closed.